कांग्रेस नेता जया ठाकुर ने सुप्रीम कोर्ट में दाखिल की नई याचिका — मंत्री विजय शाह को पद से हटाने की मांग
नई दिल्ली/भोपाल | 23 जुलाई 2025
कर्नल सोफिया कुरैशी पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने वाले मध्यप्रदेश के मंत्री विजय शाह को लेकर कानूनी पेंच गहराता जा रहा है। कांग्रेस नेता जया ठाकुर ने अब सुप्रीम कोर्ट में एक नई याचिका दायर कर शाह को मंत्री पद से हटाने की मांग की है।
इस याचिका में कहा गया है कि विजय शाह का आचरण भारतीय संविधान के अनुच्छेद 164(3) में निर्धारित मंत्री पद की शपथ का उल्लंघन है। इसलिए उनके खिलाफ क्वो-वारंटो रिट जारी कर उन्हें पद से हटाया जाए।
🧾 याचिका में क्या कहा गया है?
जया ठाकुर की ओर से सुप्रीम कोर्ट में दाखिल याचिका में कहा गया —
“मंत्री द्वारा दिया गया बयान न केवल संविधान की मूल भावना के खिलाफ है, बल्कि यह सांप्रदायिक भेदभाव और लिंग आधारित अपमान को बढ़ावा देता है। यह आचरण शपथ के खिलाफ है, जिसमें ‘निष्पक्षता और गरिमा’ बनाए रखने की बात कही गई है।”
🎙️ क्या कहा था विजय शाह ने?
11 मई को इंदौर के महू में जलसंरक्षण कार्यक्रम के दौरान विजय शाह ने ऑपरेशन सिंदूर का जिक्र करते हुए कर्नल सोफिया कुरैशी को लेकर अत्यंत विवादित और आपत्तिजनक बयान दिया था। उन्होंने कहा:
“उन्होंने कपड़े उतार-उतारकर हमारे हिंदुओं को मारा और मोदी जी ने उनकी बहन को उनकी ऐसी की तैसी करने उनके घर भेजा…”
शाह ने बयान को आगे बढ़ाते हुए लिंग और जाति आधारित शब्दों का प्रयोग किया, जिससे व्यापक नाराज़गी फैल गई।
🧑⚖️ कोर्ट की नाराज़गी और जांच की स्थिति
इस बयान पर मध्यप्रदेश हाईकोर्ट ने कड़ी नाराज़गी जताई और FIR दर्ज करने के निर्देश दिए।
19 मई को सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई करते हुए शाह को फटकार लगाई और तीन सदस्यीय SIT से जांच करने को कहा।
– SIT ने अब तक 125 से अधिक लोगों के बयान दर्ज किए हैं, जिनमें कार्यक्रम में मौजूद पत्रकार, स्टूडेंट्स, आयोजक, मंच पर मौजूद विधायक और कुलपति भी शामिल हैं।
⚠️ SIT की कार्यशैली पर भी उठे सवाल
जया ठाकुर की याचिका में यह भी आरोप है कि SIT ने जानबूझकर जांच को धीमा किया।
वरुण ठाकुर (वरिष्ठ वकील) ने कोर्ट में कहा:
“SIT ने सुप्रीम कोर्ट को बताया कि वीडियो जांच की तकनीक उनके पास नहीं है, और समय मांगा। यह रवैया जांच को लटकाने की मंशा दिखाता है।”
🙏 तीन बार माफी मांग चुके हैं विजय शाह
शाह ने अपने बयान को लेकर अब तक तीन बार माफी मांगी है:
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मीडिया के सामने
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वीडियो जारी कर
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सुप्रीम कोर्ट की सुनवाई से पहले एक और वीडियो में –
“मैं अपनी भाषा की गलती स्वीकार करता हूं और कर्नल सोफिया से हाथ जोड़कर माफी मांगता हूं।”
🧾 क्या है क्वो-वारंटो रिट?
Quo Warranto का अर्थ है — “तुम किस अधिकार से पद पर हो?”
यह रिट तब दायर की जाती है जब किसी सरकारी पदधारी के अधिकार या पात्रता को चुनौती दी जाती है।
🔎 अब आगे क्या?
सुप्रीम कोर्ट में दाखिल नई याचिका पर सुनवाई की तारीख जल्द तय की जा सकती है।
– अगर कोर्ट मानता है कि मंत्री शाह का आचरण संवैधानिक शपथ का उल्लंघन है, तो उन्हें पद छोड़ने का आदेश भी दिया जा सकता है।
– यह मामला देश में राजनीतिक भाषा की मर्यादा और संविधानिक नैतिकता को लेकर एक नज़ीर बन सकता है।
📌 यह मामला सिर्फ एक बयान तक सीमित नहीं है — यह संविधान, महिला सम्मान और राजनीतिक जवाबदेही की परीक्षा बन चुका है।
